पौड़ी। जयहरीखाल ब्लाक के बंदूण गांव में सड़क निर्माण के चलते ग्रामीणों का पेयजल स्रोत खतरे की जद में आने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने डीएम पौड़ी से प्राकृतिक पेयजल स्रोत के संरक्षण की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान की गई कटिंग से प्राकृतिक पेयजल स्रोत को खतरा पैदा हो गया है। वहीं डीएम ने 30 जनवरी को टीम द्वारा स्थल का निरीक्षण करवाकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया। जयहरीखाल ब्लाक के बंदूण गांव के ग्रामीणों ने पौड़ी पहुंचकर डीएम डीएस गर्ब्याल से मुलाकात की। इस मौके पर बंदूण के ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पीएमजीएसवाई की ओर से सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। सड़क निर्माण के लिए की जा रही कटिंग से उनका प्राकृतिक स्रोत खतरे में आ गया है। बताया कि स्रोत का संरक्षण नहीं किए जाने से गांव की 850 की आबादी के साथ ही मवेशियों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ सकता है। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य के साथ-साथ प्राकृतिक स्रोत का संरक्षण किए जाने की मांग की। इस दौरान डीएम को संबंधित अधिकारियों ने बताया कि प्राकृतिक स्रोत की सुरक्षा के लिए तीन सदस्यीय तकनीकी समिति गठित की गई है। समिति में ईई पीडब्ल्यूडी दुगड्डा, जल संस्थान व जल निगम कोटद्वार शामिल हैं। बताया कि तकनीकी समिति की ओर से दिए गए सुरक्षा उपायों के तहत ही निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिस पर डीएम ने टीम को फिर से 30 जनवरी को भूवैज्ञानिक के साथ स्थल का निरीक्षण करवाने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि किसी भी तरीके से प्राकृतिक स्रोत को नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान अंजलि देवी, वीरेंद्र सिंह, प्रेम सिंह, मोहन सिंह, राहुल, सुशील, जितेंद्र लाल आदि मौजूद थे।
प्राकृतिक पेयजल स्रोत के संरक्षण की लगाई गुहार